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उन्मुक्ति

जीवन को सहजता और उन्मुक्तता से जीने की अदम्य आकांक्षा - उन्मुक्ति. उन्मुक्ति अपनी दुर्बलताओं से परिवार और समाज की समस्याओं से उन सब बंधनों से जो जीवन की अविरल धारा का रस सोख लेते है और जीवन को भरपूर सम्पन्नता और सफलता से जीने नहीं देते . उन्मुक्ति डर और आतंक से जो समाज और व्यक्ति को गाहे बगाहे अपने आगोश में ले लेता है चलो कोशिश करते हैं..............

शनिवार, 22 नवंबर 2008

KHULI KITAB (खुली किताब): जुझारुओं के लिए पैगाम

KHULI KITAB (खुली किताब): जुझारुओं के लिए पैगाम
प्रस्तुतकर्ता उन्मुक्ति पर 2:55 am

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